hindi Best Spiritual Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Spiritual Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and...Read More


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  • 99 का धर्म — 1 का भ्रम

    ९९ का धर्म — १ का भ्रमविज्ञान और वेदांत का संगम — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना यह ग्...

  • कर्म और होश

    कर्म और होश — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना कर्म मनुष्य का स्वभाव है, पर होश — उसका ध...

  • परम रहस्य

      एक दार्शनिक विवेचनाआधुनिक मानव जीवन के बीच, देह और आत्मा के रहस्यों को समझना ए...

कुण्डलिनी विज्ञान - 2 By Agyat Agyani

   अध्याय 6 — सुषुम्ना : मौन की मध्य रेखा सूत्र 4:“द्वैत की थकान से सुषुम्ना खुलती है।”व्याख्या:इड़ा और पिंगला का झूला जब बराबर हो जाता है,जब न बाएँ झुकाव रह जाता है, न दाएँ,तब सुष...

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महाभारत की कहानी - भाग 141 By Ashoke Ghosh

महाभारत की कहानी - भाग-१४१ अश्वत्थामा का नारायण अस्त्र प्रयोग   प्रस्तावना कृष्णद्वैपायन वेदव्यास ने महाकाव्य महाभारत रचना किया। इस पुस्तक में उन्होंने कुरु वंश के प्रसार, गांधारी...

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भारतीयता का पुनर्जागरण (संस्कारों से आधुनिकता तक की यात्रा) - 5 By NR Omprakash Saini

अध्याय 5विलुप्ति की कहानियाँ—वास्तविकता और प्रेरणाभारत की संस्कृति एक महासागर है, जिसकी गहराई असीम और जिसकी धारा अनवरत है। किंतु इस महासागर से कई ऐसी नदियाँ हैं जो धीरे-धीरे सूख गई...

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प्रदूषण पर निबंध By Poonam Kumari

यह रहा “प्रदूषण पर निबंध” — साफ़, सुंदर और परीक्षा या लेखन अभ्यास के लिए बिल्कुल उपयुक्त रूप में प्रदूषण पर निबंधभूमिका :प्रदूषण आज की दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है।यह वह...

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श्रापित एक प्रेम कहानी - 3 By CHIRANJIT TEWARY

दक्षराज को एक गेरुआ वस्त्र पहनने ध्यान में लीन एक बाबा दिखई देता है। जिनकी बड़ी बड़ी दाड़ी मुछे , तथा हाथ , पैर औऱ मुह में भस्म लगा था । "और उनके दोनो और एक एक सेवक खड़े थे , ताकी...

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TAPASWI - CHAPTER 1 By Sagar Joshi

बहुत-बहुत पुरानी बात है, जब धरती पर राजाओं की सभ्यताएँ उग रही थीं और ज्ञान के दीप हर दिशा में जलते थे। उस समय उत्तर-पश्चिम की ओर फैले विशाल अरण्य में एक महान गुरुकुल था। वहाँ दूर-द...

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गंगा निर्मली करण (कारण और निवारण ) भाग - 1 By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आर्यावर्त के भारतीय उप महाद्वीप में सनातन बहुसंख्यक मतावलम्बीय है सनातन धर्म में सृष्टि में शायद कोई ऐसा हो जिसको नहीं पूजा जाता हो ऐसा इसलिए भी है कि सनातन मे नदी झरना झील सागर अर...

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माँ पर गीत By Poonam Kumari

"माँ पर गीत" सबसे भावनात्मक और दिल को छूने वाला विषय है —नीचे आपको मैं एक पूरा मंच योग्य गीत दे रही हूँ,जो मुखड़ा–अंतरा रूप में है, यानी इसे आप गाने, वीडियो रिकॉर्ड करने, य...

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99 का धर्म — 1 का भ्रम By Agyat Agyani

९९ का धर्म — १ का भ्रमविज्ञान और वेदांत का संगम — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना यह ग्रंथ न किसी मत का अनुसरण है, न किसी विचारधारा का प्रतिवाद। यह विज्ञान और वेदांत के बीच का सेतु है — ज...

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कर्म और होश By Agyat Agyani

कर्म और होश — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना कर्म मनुष्य का स्वभाव है, पर होश — उसका धर्म। कर्म बिना होश के पाप बन जाता है, होश बिना कर्म के जड़ता। दोनों का मिलन ही जीवन का शुद्धतम संगीत...

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परम रहस्य By Agyat Agyani

  एक दार्शनिक विवेचनाआधुनिक मानव जीवन के बीच, देह और आत्मा के रहस्यों को समझना एक गूढ़ प्रश्न बना हुआ है। परंपरागत दृष्टि में देह और आत्मा को दो पृथक तत्व माना जाता है, परंतु यह द्...

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मनुष्य का पुनर्जन्म - धर्म और विज्ञान के बीच - 2 By Agyat Agyani

मनुष्य का पुनर्जन्म — धर्म और विज्ञान के बीच भाग 1 का शेष  चतुर्थ अध्याय नया मनुष्य — धर्म और विज्ञान के बीच पुनर्जन्म — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲(१) पुराना मनुष्य — आधा और असंतुलितपुराना मनुष्...

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सनातन पर्व परमात्मा एवं परमार्थ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सनातन पर्व आत्म शुद्धि एवं आत्मा कि परम् यात्रा परमात्मा के पथ कि दृष्टि दिशा दृश्टिकोण प्रदान करते हुए विशुद्ध आत्मीय बोध मे ईश्वरीय अस्तित्व कि पुकार है!ढोंग न करते हुए यथार्थ आच...

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सोलह शृंगार By Agyat Agyani

  सोलह शृंगार : शरीर से आत्मा तक का विज्ञान — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 यह अत्यंत अद्भुत रहस्य है कि जहाँ एक ओर स्त्री को सौंदर्य का प्रतीक माना गया, वहीं दूसरी ओर उसी स्त्री को आक्रांत होने स...

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दिवाली का असली प्रकाश संत रामपाल जी महाराज की कथा जो बदल दे आपकी सोच By tarun jha

दिवाली, जिसे हम “रोशनी का त्योहार” कहते हैं, केवल दीपक जलाने और मिठाइयाँ बांटने का समय नहीं है। यह त्योहार हमें अंधकार से उजाले की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने का अवसर देता है...

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भारत अमर - अध्याय 1 By Poonam Kumari

भारत अमर – Poonam Kumari की कथाअध्याय 1: धरती की पुकारसूरज की पहली किरण जब गंगा के किनारे पड़ती है, तो लगता है जैसे धरती खुद बोल रही हो। भारत की मिट्टी में वीरों की खुशबू, संतों की...

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शिवांश - भाग 1 By Rahul Rhythm

अध्याय 1 — राख की उत्पत्तिहिमालय के पायों में लिपटा एक छोटा-सा गाँव था — *कैलापुरा*।वहाँ हवा में घुला हर श्वास शिव के नाम से उठता था।लोग सवेरे नदी से स्नान करके मंदिर की घंटियाँ बज...

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आधुनिक उपनिषद् By Agyat Agyani

भीतर लौटना — देह, आत्मा और जीवन की सरल बातचीतप्रस्तावनाकभी-कभी लगता है, हम बहुत कुछ जानते हैं — नाम, काम, रिश्ते, नियम। पर फिर भी कोई हल्की-सी कमी साथ चलती रहती है। वह जो कहती है —...

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सृष्टि का आत्मसंवाद By Agyat Agyani

“सृष्टि का अपना गीत, संगीत और मौन”अध्याय 1 — सौंदर्य का जन्म — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲आरंभ में कुछ नहीं था —न रूप, न रंग, न शब्द, न ध्वनि।बस एक मौन था,जो स्वयं को देखना चाहता था।देखने की उस...

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संभोग से समाधि - 8 By Agyat Agyani

अध्याय २ : ऊर्जा का रूपांतरण — अग्नि से ज्योति तक — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 भूमिका / प्रस्तावना यह ग्रंथ किसी धार्मिक या नैतिक दृष्टि से नहीं लिखा गया।यह एक सीधी दृष्टि है — उस ऊर्जा पर जो...

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जब सरलता ईश्वर थी By Agyat Agyani

" जब सरलता ईश्वर थी "  १. प्रारंभ — जब मनुष्य के पास विज्ञान नहीं था एक समय था जब मनुष्य के पास विज्ञान नहीं था,पर उसके भीतर एक स्वाभाविक विज्ञान था —धर्म उसके जीवन का हिस्...

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साधना, श्रद्धा और सफलता की शाश्वत यात्रा By Rakesh Singh

गुरु दत्त महिमा — कलियुग में दिव्यता, दिशा और मुक्ति का अद्भुत सेतु कलियुग में जब संसार बाहरी चकाचौंध में उलझा हुआ है, जब मनुष्य का मन अस्थिर, दिशा भ्रमित और चिंताओं से घिरा हुआ है...

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जीवन का विज्ञान - 1 By Agyat Agyani

जीवन का विज्ञान देह, मन, आत्मा और मृत्यु का संतुलित रहस्य — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲--- ग्रंथ-मंत्र > “जीवन बहता है —मृत्यु ठहरती नहीं, बस दिशा बदलती है।जो भीतर की गति को समझ ले,वह बाहर की दुन...

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आत्मा और तुम्हारी उपलब्धियाँ By Agyat Agyani

आत्मा और तुम्हारी उपलब्धियाँ   (शिक्षा, धर्म, विज्ञान और समाज के बीच आत्मा का विस्मरण)   — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲   प्रस्तावना   यह इस संसार का अभिशाप है कि इतने धर्म, इतनी शिक्षा, इतना...

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त्रिदेव अस्तित्व का रहस्य By Agyat Agyani

तीन देव और अस्तित्व-रहस्य   — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲    प्रस्तावना   हमारी लेखनी का मार्ग परंपरा से थोड़ा भिन्न है। यहाँ धर्म और अध्यात्म को पूजा-पाठ, मान्यताओं और उलझी हुई भाषा में नहीं...

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मायावी मोहब्बत । By CHIRANJIT TEWARY

दैत्य राज कुम्भन जो अपने दैत्य लोक से पृथ्वी पर सिर्फ अपनी बेटी को बचाने के लिए आया है और एक परी जिसे बचाने परी लोक से उसकी बहन वर्शाली आया है । दोनो को ही किसी तांत्रिक ने अपने स्...

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आत्मा-विकास — जीवन का परम धर्म By Agyat Agyani

आत्मा-विकास — जीवन का परम धर्म ---     प्रस्तावना    जीवन ही आत्मा-विकास हैमानव ने धर्म, शिक्षा, विज्ञान और विकास के नाम पर अनगिनत रास्ते खोजे।पर इन सब भटकनों के बाद भी जीवन का सबस...

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अमर तत्व By Agyat Agyani

अमर तत्वअमर तत्व (Immortal Principle) भारतीय दार्शनिक और आध्यात्मिक चिंतन में प्रयुक्त एक अवधारणा है। इसका मूल दावा यह है कि शरीर, मूर्ति और शास्त्र नष्ट हो सकते हैं, परंतु ज्ञान,...

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ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं - 2 By Agyat Agyani

 अध्याय1- मार्ग नहीं, अवरोध है सत्य का रहस्य”   मार्ग का मतलब है: लंबी यात्रा, तपस्या, कठिनाई, भटकने की संभावना। तो जनता को लगता है — “हाँ, अगर मार्ग है तो शायद पहुँचा जा सकता है।”...

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जीवनोपनिषद - 3 By Agyat Agyani

जीवोपनिषद  भाग 3 — प्रस्तावना भाग 1 ने पहले प्रश्न उठाए। भाग 2 ने उन प्रश्नों को और गहरा किया।इच्छा, ज्ञान, प्रेम, असंतुलन, धर्म, शिक्षा, पुनर्जन्म —हर जगह केवल अधूरापन दिखाई दिया।...

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ईश्वर और आत्मा से मानव कैसे दूर हुआ By Agyat Agyani

प्रस्तावना   मानव का जन्म ईश्वर और आत्मा से अलग नहीं था। वह उसी ऊर्जा, उसी चेतना की अभिव्यक्ति था। लेकिन धीरे-धीरे उसने “मार्ग” बनाए, गुरु और शास्त्र ने उपाय थोपे, धर्म ने कर्म को...

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भीतर की बांसुरी By Umabhatia UmaRoshnika

भीतर की बांसुरी —

लेखनी तब चली, जब भीतर कोई टूटा — और फिर उस टूटन से प्रकाश निकला। यह किताब उसी उजाले की साक्षी है।यदि तुम इसे पढ़ रहे हो, तो सम्भवतः तुम्हारे भीतर भी कोई रूह सं...

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शास्त्र, मंदिर और आज का धर्म By Agyat Agyani

शास्त्र, मंदिर और आज का धर्म   ---   शास्त्र और मंदिर – समर्पण के प्रमाण   भारत के इतिहास को देखें तो शास्त्र और मंदिर दोनों ही अत्यंत ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण हैं। ऋषि-मुनियों ने श...

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कुण्डलिनी विज्ञान - 2 By Agyat Agyani

   अध्याय 6 — सुषुम्ना : मौन की मध्य रेखा सूत्र 4:“द्वैत की थकान से सुषुम्ना खुलती है।”व्याख्या:इड़ा और पिंगला का झूला जब बराबर हो जाता है,जब न बाएँ झुकाव रह जाता है, न दाएँ,तब सुष...

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महाभारत की कहानी - भाग 141 By Ashoke Ghosh

महाभारत की कहानी - भाग-१४१ अश्वत्थामा का नारायण अस्त्र प्रयोग   प्रस्तावना कृष्णद्वैपायन वेदव्यास ने महाकाव्य महाभारत रचना किया। इस पुस्तक में उन्होंने कुरु वंश के प्रसार, गांधारी...

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भारतीयता का पुनर्जागरण (संस्कारों से आधुनिकता तक की यात्रा) - 5 By NR Omprakash Saini

अध्याय 5विलुप्ति की कहानियाँ—वास्तविकता और प्रेरणाभारत की संस्कृति एक महासागर है, जिसकी गहराई असीम और जिसकी धारा अनवरत है। किंतु इस महासागर से कई ऐसी नदियाँ हैं जो धीरे-धीरे सूख गई...

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प्रदूषण पर निबंध By Poonam Kumari

यह रहा “प्रदूषण पर निबंध” — साफ़, सुंदर और परीक्षा या लेखन अभ्यास के लिए बिल्कुल उपयुक्त रूप में प्रदूषण पर निबंधभूमिका :प्रदूषण आज की दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है।यह वह...

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श्रापित एक प्रेम कहानी - 3 By CHIRANJIT TEWARY

दक्षराज को एक गेरुआ वस्त्र पहनने ध्यान में लीन एक बाबा दिखई देता है। जिनकी बड़ी बड़ी दाड़ी मुछे , तथा हाथ , पैर औऱ मुह में भस्म लगा था । "और उनके दोनो और एक एक सेवक खड़े थे , ताकी...

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TAPASWI - CHAPTER 1 By Sagar Joshi

बहुत-बहुत पुरानी बात है, जब धरती पर राजाओं की सभ्यताएँ उग रही थीं और ज्ञान के दीप हर दिशा में जलते थे। उस समय उत्तर-पश्चिम की ओर फैले विशाल अरण्य में एक महान गुरुकुल था। वहाँ दूर-द...

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गंगा निर्मली करण (कारण और निवारण ) भाग - 1 By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आर्यावर्त के भारतीय उप महाद्वीप में सनातन बहुसंख्यक मतावलम्बीय है सनातन धर्म में सृष्टि में शायद कोई ऐसा हो जिसको नहीं पूजा जाता हो ऐसा इसलिए भी है कि सनातन मे नदी झरना झील सागर अर...

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माँ पर गीत By Poonam Kumari

"माँ पर गीत" सबसे भावनात्मक और दिल को छूने वाला विषय है —नीचे आपको मैं एक पूरा मंच योग्य गीत दे रही हूँ,जो मुखड़ा–अंतरा रूप में है, यानी इसे आप गाने, वीडियो रिकॉर्ड करने, य...

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99 का धर्म — 1 का भ्रम By Agyat Agyani

९९ का धर्म — १ का भ्रमविज्ञान और वेदांत का संगम — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना यह ग्रंथ न किसी मत का अनुसरण है, न किसी विचारधारा का प्रतिवाद। यह विज्ञान और वेदांत के बीच का सेतु है — ज...

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कर्म और होश By Agyat Agyani

कर्म और होश — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना कर्म मनुष्य का स्वभाव है, पर होश — उसका धर्म। कर्म बिना होश के पाप बन जाता है, होश बिना कर्म के जड़ता। दोनों का मिलन ही जीवन का शुद्धतम संगीत...

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परम रहस्य By Agyat Agyani

  एक दार्शनिक विवेचनाआधुनिक मानव जीवन के बीच, देह और आत्मा के रहस्यों को समझना एक गूढ़ प्रश्न बना हुआ है। परंपरागत दृष्टि में देह और आत्मा को दो पृथक तत्व माना जाता है, परंतु यह द्...

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मनुष्य का पुनर्जन्म - धर्म और विज्ञान के बीच - 2 By Agyat Agyani

मनुष्य का पुनर्जन्म — धर्म और विज्ञान के बीच भाग 1 का शेष  चतुर्थ अध्याय नया मनुष्य — धर्म और विज्ञान के बीच पुनर्जन्म — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲(१) पुराना मनुष्य — आधा और असंतुलितपुराना मनुष्...

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सनातन पर्व परमात्मा एवं परमार्थ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सनातन पर्व आत्म शुद्धि एवं आत्मा कि परम् यात्रा परमात्मा के पथ कि दृष्टि दिशा दृश्टिकोण प्रदान करते हुए विशुद्ध आत्मीय बोध मे ईश्वरीय अस्तित्व कि पुकार है!ढोंग न करते हुए यथार्थ आच...

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सोलह शृंगार By Agyat Agyani

  सोलह शृंगार : शरीर से आत्मा तक का विज्ञान — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 यह अत्यंत अद्भुत रहस्य है कि जहाँ एक ओर स्त्री को सौंदर्य का प्रतीक माना गया, वहीं दूसरी ओर उसी स्त्री को आक्रांत होने स...

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दिवाली का असली प्रकाश संत रामपाल जी महाराज की कथा जो बदल दे आपकी सोच By tarun jha

दिवाली, जिसे हम “रोशनी का त्योहार” कहते हैं, केवल दीपक जलाने और मिठाइयाँ बांटने का समय नहीं है। यह त्योहार हमें अंधकार से उजाले की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने का अवसर देता है...

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भारत अमर - अध्याय 1 By Poonam Kumari

भारत अमर – Poonam Kumari की कथाअध्याय 1: धरती की पुकारसूरज की पहली किरण जब गंगा के किनारे पड़ती है, तो लगता है जैसे धरती खुद बोल रही हो। भारत की मिट्टी में वीरों की खुशबू, संतों की...

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शिवांश - भाग 1 By Rahul Rhythm

अध्याय 1 — राख की उत्पत्तिहिमालय के पायों में लिपटा एक छोटा-सा गाँव था — *कैलापुरा*।वहाँ हवा में घुला हर श्वास शिव के नाम से उठता था।लोग सवेरे नदी से स्नान करके मंदिर की घंटियाँ बज...

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आधुनिक उपनिषद् By Agyat Agyani

भीतर लौटना — देह, आत्मा और जीवन की सरल बातचीतप्रस्तावनाकभी-कभी लगता है, हम बहुत कुछ जानते हैं — नाम, काम, रिश्ते, नियम। पर फिर भी कोई हल्की-सी कमी साथ चलती रहती है। वह जो कहती है —...

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सृष्टि का आत्मसंवाद By Agyat Agyani

“सृष्टि का अपना गीत, संगीत और मौन”अध्याय 1 — सौंदर्य का जन्म — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲आरंभ में कुछ नहीं था —न रूप, न रंग, न शब्द, न ध्वनि।बस एक मौन था,जो स्वयं को देखना चाहता था।देखने की उस...

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संभोग से समाधि - 8 By Agyat Agyani

अध्याय २ : ऊर्जा का रूपांतरण — अग्नि से ज्योति तक — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 भूमिका / प्रस्तावना यह ग्रंथ किसी धार्मिक या नैतिक दृष्टि से नहीं लिखा गया।यह एक सीधी दृष्टि है — उस ऊर्जा पर जो...

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जब सरलता ईश्वर थी By Agyat Agyani

" जब सरलता ईश्वर थी "  १. प्रारंभ — जब मनुष्य के पास विज्ञान नहीं था एक समय था जब मनुष्य के पास विज्ञान नहीं था,पर उसके भीतर एक स्वाभाविक विज्ञान था —धर्म उसके जीवन का हिस्...

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साधना, श्रद्धा और सफलता की शाश्वत यात्रा By Rakesh Singh

गुरु दत्त महिमा — कलियुग में दिव्यता, दिशा और मुक्ति का अद्भुत सेतु कलियुग में जब संसार बाहरी चकाचौंध में उलझा हुआ है, जब मनुष्य का मन अस्थिर, दिशा भ्रमित और चिंताओं से घिरा हुआ है...

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जीवन का विज्ञान - 1 By Agyat Agyani

जीवन का विज्ञान देह, मन, आत्मा और मृत्यु का संतुलित रहस्य — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲--- ग्रंथ-मंत्र > “जीवन बहता है —मृत्यु ठहरती नहीं, बस दिशा बदलती है।जो भीतर की गति को समझ ले,वह बाहर की दुन...

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आत्मा और तुम्हारी उपलब्धियाँ By Agyat Agyani

आत्मा और तुम्हारी उपलब्धियाँ   (शिक्षा, धर्म, विज्ञान और समाज के बीच आत्मा का विस्मरण)   — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲   प्रस्तावना   यह इस संसार का अभिशाप है कि इतने धर्म, इतनी शिक्षा, इतना...

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त्रिदेव अस्तित्व का रहस्य By Agyat Agyani

तीन देव और अस्तित्व-रहस्य   — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲    प्रस्तावना   हमारी लेखनी का मार्ग परंपरा से थोड़ा भिन्न है। यहाँ धर्म और अध्यात्म को पूजा-पाठ, मान्यताओं और उलझी हुई भाषा में नहीं...

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दैत्य राज कुम्भन जो अपने दैत्य लोक से पृथ्वी पर सिर्फ अपनी बेटी को बचाने के लिए आया है और एक परी जिसे बचाने परी लोक से उसकी बहन वर्शाली आया है । दोनो को ही किसी तांत्रिक ने अपने स्...

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आत्मा-विकास — जीवन का परम धर्म By Agyat Agyani

आत्मा-विकास — जीवन का परम धर्म ---     प्रस्तावना    जीवन ही आत्मा-विकास हैमानव ने धर्म, शिक्षा, विज्ञान और विकास के नाम पर अनगिनत रास्ते खोजे।पर इन सब भटकनों के बाद भी जीवन का सबस...

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अमर तत्व By Agyat Agyani

अमर तत्वअमर तत्व (Immortal Principle) भारतीय दार्शनिक और आध्यात्मिक चिंतन में प्रयुक्त एक अवधारणा है। इसका मूल दावा यह है कि शरीर, मूर्ति और शास्त्र नष्ट हो सकते हैं, परंतु ज्ञान,...

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ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं - 2 By Agyat Agyani

 अध्याय1- मार्ग नहीं, अवरोध है सत्य का रहस्य”   मार्ग का मतलब है: लंबी यात्रा, तपस्या, कठिनाई, भटकने की संभावना। तो जनता को लगता है — “हाँ, अगर मार्ग है तो शायद पहुँचा जा सकता है।”...

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जीवनोपनिषद - 3 By Agyat Agyani

जीवोपनिषद  भाग 3 — प्रस्तावना भाग 1 ने पहले प्रश्न उठाए। भाग 2 ने उन प्रश्नों को और गहरा किया।इच्छा, ज्ञान, प्रेम, असंतुलन, धर्म, शिक्षा, पुनर्जन्म —हर जगह केवल अधूरापन दिखाई दिया।...

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ईश्वर और आत्मा से मानव कैसे दूर हुआ By Agyat Agyani

प्रस्तावना   मानव का जन्म ईश्वर और आत्मा से अलग नहीं था। वह उसी ऊर्जा, उसी चेतना की अभिव्यक्ति था। लेकिन धीरे-धीरे उसने “मार्ग” बनाए, गुरु और शास्त्र ने उपाय थोपे, धर्म ने कर्म को...

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भीतर की बांसुरी By Umabhatia UmaRoshnika

भीतर की बांसुरी —

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शास्त्र, मंदिर और आज का धर्म By Agyat Agyani

शास्त्र, मंदिर और आज का धर्म   ---   शास्त्र और मंदिर – समर्पण के प्रमाण   भारत के इतिहास को देखें तो शास्त्र और मंदिर दोनों ही अत्यंत ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण हैं। ऋषि-मुनियों ने श...

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